समरसता यात्रा का सारंगपुर  में हुआ आत्मीय स्वागत, नागरिकों ने पादुकाओं दर्शन किए तथा पूजा अर्चना

संत शिरोमणि श्री रविदास जी का संदेश ही सामाजिक समरसता यात्रा का संदेश

प्रधानमंत्री 12 अगस्त को संत रविदास के भव्य मंदिर का सागर में करेंगे भूमिपूजन

सारंगपुर तहसील के सात गावों की मिट्टी और जल अर्पित

विवेक मालवीय जिला ब्यूरो चीफ राजगढ़ – संत शिरोमणि गुरुदेव श्री रविदास जी के भव्य मंदिर का निर्माण सागर के बड़तुमा में किया जाएगा। यह मंदिर पूरे प्रदेश के नागरिकों और समाजों को एक सूत्र में पिरोने के लिए अनोखी मिशाल पेश करेगा। म.प्र. शासन ने इस समरसता के संदेश को प्रसारित करने के लिए 5 जिलों से 25 जुलाई को समरसता यात्राएं प्रारम्भ की है।
समरसता यात्रा नीमच से प्रारंभ होकर आगर- मालवा होते हुए राजगढ़ जिले के सारंगपुर पहुँचकर समरसता का संदेश देते हुए गांव-गांव की मिट्टी और हर देहरी का जल एकत्रित किया। सारंगपुर पहुंचने पर समरसता यात्रा का आत्मीयता के साथ भव्य स्वागत किया गया। सारंगपुर के कोलीवाड़ा स्थित संत रविदास मंदिर में रविदास जी की  पूजा अर्चना के बाद नगर में समरसता यात्रा निकाली गई। रविदास के जयकारे लगाते हुए नगर में यात्रा ने भ्रमण  किया। नगर भ्रमण के दौरान अनेक सामाजिक मंचों,  व्यापारिक मंचों, समुदायों द्वारा पुष्प वर्षा की गई तथा चरण पादुका पूजा अर्चना की। इस दौरान बड़ी संख्या में नागरिकों ने चरण पादुका की पूजा अर्चना की और संत रविदास की जयकारे लगाए।
समरसता यात्रा सारंगपुर नगर के न्यू बस स्टैंड रोड, भीरू दरवाजा रोड, बस स्टेंड, प्रमुख मार्गो से होते हुए राठी मांगलिक भवन पहुंचीं। यहा जनसंवाद  का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जनसंवाद कार्यक्रम में विधायक सारंगपुर श्री कुवर कोठार ने कहा कि मन चंगा तो कटौती में गंगा। यह सार्वभौमिक संदेश पूरे प्रदेश में फैलाने के लिए शासन ने समरसता यात्रा प्रारम्भ की है। राजगढ़ जिले की मिट्टी और जल सागर में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले भव्य मंदिर निर्माण में उपयोग में लायी जाएगी। उन्होंने   कहा कि गांव-गांव की मिट्टी और जल से बनने वाले मंदिर से जनमानस में भावना जागेगी कि निर्माण में हमारी भी मिट्टी और जल शामिल है। इससे एक अपनेपन का संदेश जाएगा। समाज के अलग-अलग वर्ग में यही संदेश समरसता का है।
  नगर पालिका अध्यक्ष श्री पंकज पालीवाल एवं पूर्व विधायक श्री गौतम टेटवाल ने कहा कि संत रविदास जैसे संतों का अवतरण हमारे देश में हुआ। जिनके समरसता के संदेश ने सम्पूर्ण भारत को सदभाव और एकता के सूत्र में बांधे रखा। संत रविदास जी के कर्म प्रधानता और समरसता के सिद्धांत को हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में एकता और समरसता बनाये रखने शासन की ओर से बड़ा प्रयास है। उन्होंने कहा कि 12 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सागर में 100 करोड़ से अधिक लागत के संत रविदास जी के भव्य मंदिर के निर्माण की आधार शिला रखेंगे। हम सब अपने गांव की मिट्टी और जल लेकर इस गौरवशाली क्षणों के साक्षी बनने सहभागी होने का प्रयास करें।
कार्यक्रम में उपस्थित संत श्री पवन दास महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान  ने संत रविदास समरसता यात्रा के माध्यम से समाज और देश को एक सूत्र में जोड़ने का काम किया है।

राजगढ़ जिले की मिट्टी और जल अर्पित सागर में 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले संत रविदास के मंदिर के निर्माण के लिए राजगढ़ जिले के सारंगपुर तहसील के ग्राम पढ़ाना, महु, गुलावता, पाडलिया, भैसवा, बिलोदा तथा तलेनी ग्राम से लाई गई मिट्टी और जल समरसता यात्रा को अर्पित की गई। इस जल और मिट्टी का मंदिर निर्माण में उपयोग किया।

लोक गायकों के दल द्वारा भजनों की प्रस्तुति जनसंवाद कार्यक्रम आयोजन के दौरान संस्कृति विभाग के लोक गायकों के दल ने संत रविदास की स्तुति में सुनाएं । कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति से कार्यक्रम स्थल का वातावरण भक्तिमय हो गया और कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने संत रविदास जी के जयकारे लगाए।

12 अगस्त को रखी जाएगी संत रविदास मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी संत रविदास जी महाराज के भव्य मंदिर का शिलान्यास व भूमिपूजन 12 अगस्त को करेंगे। इस मंदिर निर्माण में प्रदेश के 313 विकासखंडों से एकत्रित होने वाली मिट्टी से भूमिपूजन में जब नींव रखी जायेगी। इसमें राजगढ़ जिले की मिट्टी व जल का भी योगदान रहेगा। यह मंदिर 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। जनसंवाद कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष श्री देवनारायण नागर, श्री जसवंत गुर्जर, श्री के.पी पँवार, श्री खरे, श्री विकास भगत, जन अभियान के श्री वरुण आचार्य, एस.डी.एम. श्री एस.के. उपाध्याय सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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